सोमवार, 30 मई 2022। रविवार को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने हैवी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मैसर्स शेलेन्द्र टेक्सटाइल में स्थापित परमाणु ऊर्जा विभाग, मुम्बई के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र द्वारा निर्मित टेक्सटाइल उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को पुनः उपयोग में लाने योग्य बनाने वाली नवीन तकनीक युक्त उपकरण के डेमो यूनिट का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र उत्कृष्ट वैज्ञानिक राधेश्याम सोनी और वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी विरेन्द्र कुमार ने मंत्री महोदय को संयंत्र की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए आयनिक तकनीक युक्त संयंत्र का डेमोस्ट्रेशन दिया जिसमें उन्होंने केमिकल युक्त पानी को फिल्टर कर कलर रहित करके दिखाया। इससे फिल्टर हुआ पानी ना सिर्फ कलर रहित हुआ उसके साथ-साथ इसके पीएच लेवल में भी कमी आई है। इसमें केमिकल और टीडीएस की मात्रा में आगे भी अनुसंधान करके कमी लाने का पूरा-पूरा प्रयास करेंगें। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बीएआरसी द्वारा 25 केएलडी के दो प्लांट जोधपुर में शीघ्र ही स्थापित किये जाने हेतु जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ एमओयू किया गया है। जिनके प्रारम्भ होने के अगले छः माह तक उसके पूरे रखरखाव की जिम्मेदारी भी बीएआरसी की होगी।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बीएआरसी की हमारी टीम पाली और बालोतरा के औद्योगिक क्षेत्रों में भी गई जहा से उन्हे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए इसी प्रकार प्रदेश के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भी हमारी टीम जाकर इस तकनीक को सभी औद्योगिक क्षेत्रों में पहुचाने का कार्य करेगी।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के उत्कृष्ट वैज्ञानिक राधेश्याम सोनी और उनके वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारियों की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके द्वारा निर्मित इस तकनीक से न सिर्फ़ जोधपुर और आस पास के औद्योगिक क्षेत्रों में वर्षो से चली आ रही अपशिष्ट जल की समस्या से निजात मिलेगी बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर इस अति गम्भीर समस्या का समाधान करने में मदद मिलेगी क्योकि यह तकनीक उद्योगों को बड़े हद तक पानी को रीसायकल करने में मदद करेंगी। इस तरह जल जो वर्तमान में समस्या बना है वह बचत या कमाई का साधन बनेगा।
इस अवसर पर उन्होंने जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन का इस तकनीक को जोधपुर में स्थापित करने में जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनके लिए एसोसिएशन के अध्यक्ष एन.के.जैन और उनकी पूरी टीम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने इण्डस्ट्रीज और टेक्निकल इंस्टिट्यूट के मध्य जो समन्वय स्थापित करने का जो कार्य किया है वह निश्चित ही प्रशंसनीय है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली में भी कुछ रहवासी इलाकों में इस प्रकार के रासायनिक पानी की काफी समस्या विद्यमान है जिसके कारण वहा के रहवासियों का जीवन काफी दुर्भर हो गया है अगर यह तकनीक वहॉ भी सफलता पूर्वक स्थापित होती है तो वहा के रहवासियों को भी राहत मिलेगी इसके लिए उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग, मुम्बई के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों और उनके कार्यालय के वैज्ञानिक अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक भी दिल्ली में सुनिश्चित की।
इस अवसर पर भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के उत्कृष्ट वैज्ञानिक राधेश्याम सोनी, जेआईए अध्यक्ष एन.के.जैन, जोधपुर प्रदूषण नियंत्रण और अनुसंधान फाउंडेशन निदेशक गजेन्द्रमल सिंघवी, पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा एवं सहसचिव अनुराग लोहिया आदि उद्यमी उपस्थित थे।